पटियाले दी कुड़ी नाल पहली चूत चुदाई

अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज के सभी पाठकों को मेरी तरफ से नमस्ते, मेरा नाम कल्याण है, मैं पटियाला, पंजाब का रहने वाला हूँ। मेरी हाईट 5’10” की है। मैं रोज जिम जाता हूँ। मैं झूठ नहीं बोलूंगा.. मेरे लंड का साईज 5 इंच से थोड़ा ही अधिक है।

बात उस समय की है.. जब मैं 12वीं की पढ़ाई पूरी कर चुका था। मैं लड़कियों से बात करने में बहुत डरता था। मेरी किसी लड़की से कोई बात भी नहीं थी। हमारे पड़ोस में एक परिवार रहता था, उनकी तीन लड़कियाँ थीं। उन तीनों में से सबसे बड़ी वाली काफी सेक्सी है। उसका नाम रिया है। मैं उन सबसे बिल्कुल बात नहीं करता था.. क्योंकि वो बहुत ही घमंडी टाईप की लड़कियाँ थीं। उनके माँ-बाप दोनों सरकारी नौकरी करते थे।

एक दिन मैं घर के बाहर बैठ कर छोटे लड़कों को खेलते हुए देख रहा था, तभी अचानक रिया भी अपने घर के बाहर आ कर उनको देखने लगी।

उसकी नजर मुझ पर गई और वो मुझे देखने लगी। मैं भी उसे देखने लगा और वो मुझे देख कर थोड़ा हँसने लगी।

थोड़े दिन बाद मैं उनके घर के सामने से जा रहा था। तभी उसने मुझे बुलाया और मुझसे फोन मांगने लगी। उसने अपने पिता को फोन करके मुझे वापिस कर दिया।

एक दिन बाद मुझे फोन पर एक मैसेज आया। मेरे पूछने पर जबाव आया कि वो रिया है।

मैं भी खुश हो गया और उससे बात करने लग गया। जब उसने बताया कि उसकी पहले ही किसी लड़के के साथ सैटिंग है तो मैं थोड़ा उदास हो गया। उसे यह पता था कि मैं सिंगल हूँ। ऐसे ही कभी-कभी हम चैटिंग कर लिया करते।

एक दिन उसने बताया कि उसकी अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ बात बंद हो गई है। अब वो मुझसे देर रात तक बातें करने लगी और हमारी दोस्ती पक्की होती गई।

एक दिन बात करते-करते उसने मुझे ‘आई लव यू..’ बोल दिया। मैंने भी उसे ‘आई लव यू टू..’ बोल दिया।

मुझे तो सच में उससे प्यार हो गया था। तब से रोज वो मुझसे फोन पर प्यार भरी बात करने लगी। धीरे-धीरे हम थोड़ी सेक्सी बातें करने लगे।

एक दिन उसने बताया- मैंने कभी सेक्स नहीं किया है। मैंने कहा- मैंने भी नहीं किया है। फिर उसने कहा- मुझे तुमसे अकेले में मिलना है। मैंने कहा- ओके..

अगले दिन वो स्कूल नहीं गई। उसकी दोनों बहनें स्कूल में थीं और माँ-बाप काम पर गए हुए थे।

मैं उसे मिलने उसके घर पर गया.. तो वो घर की सफाई कर रही थी, उसने मुझे बिठाया और नहाने चली गई।

जब वो नहा कर आई तो वो बिल्कुल एक अप्सरा सी लग रही थी। उसके गीले बाल उसे और भी सेक्सी बना रहे थे।

फिर वो चाय बनाकर लाई और हम दोनों ने चाय पी। उसने टीवी चला कर गाने लगा दिए और मेरे पास आकर बैठ गई। हम बातें कर रहे थे.. तभी मैंने उसका हाथ पकड़ लिया, उसने भी मना नहीं किया।

फिर उसने मेरे गाल पर किस कर दिया। जवाब में मैंने उसके होंठ को चूम लिया। उसने शरमा कर मुँह दूसरी तरफ कर लिया।

मैंने पीछे से उसे अपनी बांहों में भर लिया और उसके गले को चूमने लगा, उसके मुँह से सेक्सी आवाजें निकलने लगीं। उसने भी मेरा साथ दिया और वो भी पागलों की तरह मुझे चूमने लगी। हम दोनों एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे। यह हमारा पहला किस था जो कि काफी लम्बा चला।

अब हम दोनों काफी गर्म हो चुके थे और हम दोनों एक-दूसरे से पूरी तरह चिपके हुए थे। मैंने अपना एक हाथ उसके मम्मों पर रख दिया। उसके मुख से ‘सी..सी..’ की आवाजें निकलने लगीं।

मैं काफी देर तक उसके मम्मों को दबाता रहा.. फिर मैं उसकी कमीज उठा कर उसके एक दूध को पीने लगा, वो भी मेरा सिर पकड़ कर अपने मम्मों पर दबाने लगी। उसके मम्मे भी काफी बड़े और टाईट हो गए थे।

जब मैंने अपना हाथ उसकी चूत पर ले जाना चाहा.. तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। उस दिन हम बस इतना ही कर पाए और मैं अपने घर आ गया। यह हिन्दी सेक्स कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

रात को उसका फोन आया- कैसे हो जानू? मैं- तुम्हें ही याद कर रहा था। रिया- आई लव यू जानू.. मैं भी तुमसे मिलने को बहुत तड़प रही हूँ। मैं- तड़प तो मैं भी रहा हूँ। रिया- तो आ जाओ मेरे पास.. और सारी तड़प खत्म कर दो। मैं- इस समय कैसे आ सकता हूँ जान? रिया- आज का दिन मैं कभी नहीं भूलूंगी, बहुत मजा आया आज जानू!

मैं- पर तुमने मुझे नीचे हाथ तक नहीं लगाने दिया। रिया- मुझे डर लगता है.. अगर कुछ हो गया तो? मैं- कुछ नहीं होगा.. अगर हो गया तो हम शादी कर लेंगे। रिया- तो फिर अगले हफ्ते मेरे घर पर ही मिलते हैं। मैं- ठीक है जानू।

अगले हफ्ते वो स्कूल नहीं गई और मैं उसके घर चला गया, मैंने पहले ही नीचे के बाल साफ कर लिए थे।

जब मैं उसके घर पहुँचा तो वो नहा कर तैयार बैठी थी। पहले वो पानी ले कर आई, मैंने पानी पिया और बिस्तर पर बैठ गया। उसने आते ही मुझे कस कर अपनी बांहों में भर लिया। उसकी कामुकता ऐसी लग रही थी जैसे वो बहुत समय से प्यार की भूखी हो।

रिया- बहुत तड़पाया है तुमने मुझे.. आज तुमको जाने नहीं दूंगी। मैं- जान मैं भी आज जी भर कर तुम को प्यार करूँगा।

अब हम दोनों एक-दूसरे के होंठों का रस पीने लगे। दस मिनट तक हम होंठ चूसते रहे। मैं टी-शर्ट के ऊपर से ही उसके मम्मों को दबाने लगा। वो बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी। मैंने उसकी कमीज उतार दी, उसने नीचे कुछ नहीं पहना था।

अब वो लोअर में थी और अपने मम्मों को छुपा रही थी। मैंने उसके हाथ हटा दिए और मम्मों को दबाने लगा।

वो पूरी गर्म हो चुकी थी और ‘सी.. सी..’ की आवाजें निकाल रही थी, उसकी सांसें भी गहरी हो चुकी थीं। मैंने भी अपने कपड़े उतारे। फिर मैं उसके होंठों से होते हुए उसके पेट को चूमने लगा। वो मजे में अजीब-अजीब आवाजें उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकाल रही थी, जिससे मुझे और जोश आ रहा था।

मेरा लंड बिल्कुल अकड़ गया था, मैंने उसका लोअर उतार दिया, उसने नीचे पैंटी भी नहीं पहनी थी और चूत भी साफ की हुई थी। उसने चुदने की पूरी तैयारी की थी।

मैंने उसकी चूत पर हाथ लगाया तो उसे जैसे झटका सा लगा। मैंने एक उंगली उसकी चूत में डाल दी.. उसने कस कर मुझे गले से लगा लिया। जब मैंने अपना निक्कर उतारा.. तो वो मेरा लंड देख कर शर्मा गई।

मैं उसका हाथ पकड़ कर लंड पर रख कर हिलाने लगा। उस समय मैं स्वर्ग में विचरण कर रहा था। जब मेरा निकलने को हुआ तो मैंने उसका हाथ हटा दिया और अपना माल छोड़ दिया।

फिर मैंने उसकी चूत पर अपने होंठ लगाए और उसका रस पीने लगा।

उसने दोनों हाथों से मेरा सिर पकड़ा और चूत पर दबाने लगी, चूत चटवाते हुए जोश में वो अपना सिर इधर-उधर पटकने लगी। दो मिनट में उसका रस छूट गया।

उसके बाद मैंने उसे लंड चूसने को कहा तो उसने मना कर दिया.. हालांकि अगली चुदाईयों में उसने खूब मेरा लंड चूसा।

अब हमारा चुदाई का समय आ गया था, रिया डर रही थी। मैं उसकी टांगें खोल कर बीच में आ गया और लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा।

अब वो कहने लगी- जल्दी करो.. जल्दी करो.. मैंने लंड उसकी चूत पर लगाया और जोर लगाया.. तो लौड़ा चूत के नीचे खिसक गया।

कई कोशिशों के बाद रिया ने लंड पकड़ कर चूत पर लगाया और मैंने धक्का लगाया। अभी लंड थोड़ा सा ही अन्दर गया था कि रिया मुझे पीछे धकेलने लगी। मैं थोड़ा रुका और एक ही बार में पूरा लंड चूत में घुसा दिया और उसकी सील टूट गई।

उसने एक जोरदार चीख मारी, मैंने तभी उसके होंठ अपने होंठों से जकड़ लिए और दो मिनट तक वैसे ही उस पर पड़ा रहा और उसके दूध दबाता रहा।

फिर मैंने धीरे धीरे झटके मारने शुरू किए। उसे दर्द भी हो रहा था.. पर मजा भी आ रहा था। अब मजे में उसने चूमना शुरू कर दिया।

मैंने भी झटकों की गति बढ़ा दी और जोरदार चुदाई शुरू कर दी। दो-तीन मिनट बाद रिया ने टांगें मेरी कमर पर घुमा कर कस लीं और जोर-जोर से आवाजें करने लगी और झड़ गई।

पहली बार चुदाई करने पर मैं भी उसके साथ झड़ गया और हम एक-दूसरे से लिपट कर पड़े रहे।

पहले सेक्स में हम दोनों को काफी मजा आया था। उसके बाद तो हम हफ्ते में एक दिन छुट्टी करके खूब चुदाई करते। अब वो बड़े शौक से मेरा लंड चूसती और चुदवाने लगी थी। हमें जैसे चुदाई की आदत सी लग गई थी।

करीब एक साल तक हमारी चुदाई चली। इसी बीच वो एक बार पेट से भी हो गई थी। तब उसको घर वालों को हमारे बारे में पता चल गया और हमारा मिलना और बात भी बंद हो गई थी।

पर अब भी जब मैं उसे देखता हूँ तो वो आज भी मुझे देख कर वैसे ही मुस्कुराती है।

यह थी मेरी पहले प्यार और पहली चुदाई की सच्ची कहानी! मुझे हिन्दी कम आती है क्योंकि मैं पंजाबी ही बोलता हूँ। इसलिए अगर मैंने कुछ गलत लिख दिया तो मुझे माफ करना।

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