बहन का लौड़ा -61

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राधे- पहले बोल.. घोड़ा बन कर चोदूँ.. या तेरा आशिक बनकर? मीरा- आह्ह.. मेरे आशिक बनोगे.. तो आराम से चोदोगे.. ईसस्स्स.. क्योंकि मुझे तकलीफ़ देकर मेरा राधे कभी खुश नहीं रह सकता.. आह ह.. आज तो जंगली घोड़ा बन जाओ.. ममता की हालत मैंने देखी है.. आह.. आईईइ.. आज मेरी भी हालत बिगाड़ दो.. आह्ह.. फाड़ दो मेरी चूत को उह.. आह.. राधे ने एक ही झटके में पूरा लौड़ा चूत में घुसा दिया और स्पीड से झटके मारने लगा।

मीरा- आह आईईईई.. उफफफ्फ़.. मज़ा आ गया.. आह.. क्या बात है आह्ह.. सस्स..

राधे में ना जाने कहाँ से इतनी ताक़त आ गई थी.. वो लगातार झटके मारे जा रहा था.. मीरा का पूरा जिस्म ऐसे हिल रहा था.. जैसे कोई ज़ोर का भूकम्प आ रहा हो। चूत की ठुकाई करते-करते अचानक राधे ने मीरा के पैर नीचे किए.. उसको उल्टा किया और लौड़ा ‘फ़च्छ’ की आवाज़ के साथ गाण्ड में घुसा दिया।

अब आगे..

मीरा- उई.. मर गई रे… आह्ह.. उफ़.. ये क्या किया.. आह्ह.. चूत में करंट पैदा होते ही.. आह्ह.. लौड़ा निकाल लिया.. आह्ह.. मुझे झड़ने तो.. आह्ह.. दिया होता..

राधे- उहह उहह.. मुझे पता था कि तेरी चूत ठंडी होने वाली है.. उहह आह.. उहह.. इसी लिए तेरी गाण्ड में लौड़ा घुसाया.. आह्ह.. उहह.. अब तू मेरा पावर देख.. आह्ह.. और आज तेरा वक्त भी.. आह्ह.. बढ़ा देता हूँ.. आह्ह.. जब तेरी चूत का करंट बन्द होगा.. आह्ह.. वापस लौड़ा चूत में घुसा दूँगा..

राधे ने जो कहा.. वो किया.. पांच मिनट तक गाण्ड मारने के बाद वापस लौड़ा चूत में घुसा दिया। अबकी बार उसने मीरा की कमर पकड़ कर उसको घोड़ी बना दिया और चोदने लगा।

मीरा- आह उफ़.. प्लीज़ आह.. अब मत निकालना.. आह.. मैं गई आह्ह.. उईईइ.. स्पीड बढ़ाओ.. आह.. ज़ोर से आह्ह.. और तेज आह्ह.. आईईईई उई.. उईईईई..

मीरा की चूत ने कामरस छोड़ दिया.. इधर राधे का लौड़ा भी मीरा के रस के साथ अपना रस मिलन कराना चाहता था.. तो वो भी झड़ गया.. जंगली चुदाई अपने अंजाम तक पहुँच गई। मीरा- आह्ह.. उह.. बस मेरे घोड़े.. अब तो अपना लौड़ा चूत से निकाल लो.. मैं थक गई हूँ.. आह्ह..

राधे ने लौड़ा चूत से निकाला और मीरा के मुँह के आगे कर दिया- ले मेरी जान.. चाट लौड़े को.. देख दोनों के रस का मिला-जुला स्वाद कैसा लगता है..

मीरा ने जीभ से लौड़े को चाट कर एकदम साफ कर दिया। अब दोनों बिस्तर पर सीधे लेटे हुए लंबी साँसें लेने लगे.. जैसे कोई रेस जीत कर आए हों।

क्यों दोस्तो.. मज़ा आया ना यहाँ.. लेकिन वहाँ नीरज सो रहा है या उसके दिमाग़ में कोई शैतानी कीड़ा नाच रहा है.. ये तो वहाँ जाकर ही पता लगेगा। तो चलो.. वहाँ का नजारा खुद देख लो..

रोमा के जाने के 5 मिनट बाद ही नीरज नंगा ही टीना के कमरे की तरफ़ चला गया और उसके बिस्तर के पास जाकर बैठ गया और टीना को निहारने लगा। नीरज की आँखों में वासना साफ दिख रही थी। नीरज- वाह मेरी जान.. ऐसे गहरी नींद में सो रही हो.. यहाँ मेरा लौड़ा तेरी चूत को चोदने को बेताब हो रहा है उफ़.. तेरे ये कड़क चूचे..

नीरज अब टीना के मम्मों को सहलाते हुए उसकी नाईटी के बटन खोलने लगा था।

धीरे-धीरे नीरज ने पूरे बटन खोल दिए.. अब टीना सिर्फ़ ब्रा और पैन्टी में एकदम सीधी सोई हुई थी। उसके 30″ के मम्मे पिंक ब्रा में से नीरज को आवाज़ दे रहे थे.. कि आओ चूस लो हमें.. और जब नीरज की नज़र पिंक पैन्टी में कैद टीना की चूत पर गई.. तो वो मदहोश ही हो गया।

पैन्टी में से टीना की फूली हुई चूत का उभार उसको पागल बना रहा था.. उसके लौड़े में तनाव बढ़ने लगा था।

नीरज- उफ़.. साली कुँवारी चूत की खुश्बू ही अलग होती है.. आज तो जी भर के तेरी चूत को चाटूँगा.. तेरा कुँवारा रस पीऊँगा.. आह्ह.. मज़ा आ जाएगा आज तो.. नीरज अब टीना के होंठ पर किस करने लगा था और एक हाथ से लौड़े को सहला रहा था। कुछ देर बाद नीरज ने अपना लौड़ा टीना के होंठ पर रख दिया और रगड़ने लगा।

नीरज- उफ़फ्फ़ क्या गर्मी है तेरे होंठों में.. साली होंठ ऐसे गर्म हैं तो चूत कितनी गर्म होगी.. उफ़.. अब तो तेरी चूत देखनी ही होगी.. नीरज अब टीना के पैरों के पास आ गया और उसकी पैन्टी नीचे करने लगा।

बस यही वो पल था कि रोमा बाथरूम से जब बाहर आई.. उसको नीरज नहीं दिखा और वो सीधे इस कमरे में आ गई।

जब रोमा ने नीरज की इस गंदी हरकत को देखा.. तो उसका खून खौल गया.. वो गुस्से में लाल हो गई- नीरज, क्या कर रहे हो?

रोमा की आवाज़ सुनते ही नीरज थोड़ा घबरा गया और जल्दी से उसने टीना की पैन्टी छोड़ दी।

नीरज- कुछ नहीं जान.. मैं तो बस ऐसे ही देख रहा था.. टीना उठ तो नहीं गई है ना..

रोमा गुस्से में नीरज के करीब आई उसका हाथ पकड़ा और खींचती हुई दूसरे कमरे में ले गई। नीरज बस कठपुतली की तरह उसके साथ चला गया। कमरे में जाकर रोमा ने नीरज को ज़ोर से धक्का मारा और बिस्तर पर बैठा दिया।

नीरज- ये क्या है रोमा.. तुम ऐसे क्यों कर रही हो? रोमा- आपको ज़रा भी शर्म नहीं आई.. टीना के साथ ये करते हुए? नीरज- अरे ऐसा क्या कर दिया मैंने.. तुम आई नहीं.. तो उसको देखने गया था बस.. रोमा- झूठ मत बोलो.. उसकी नाईटी अपने आप खुल गई क्या.. और आप उसकी पैन्टी क्यों उतार रहे थे.. हाँ बोलो?

नीरज- देख रोमा.. तेरा बहुत हो गया.. हाँ तू ऐसे चिल्ला कर बात मत कर.. हाँ मैंने खोली उसकी नाईटी.. अब रोज-रोज एक ही टेस्ट से बोर हो गया हूँ मैं.. टीना की चूत भी तो आख़िर मुझे ही मारनी है.. तो बस देख रहा था.. कैसी है उसकी चूत?

इतना सुनते ही रोमा को और गुस्सा आ गया और उसने नीरज को थप्पड़ मार दिया।

रोमा- चुप रहो.. मैं तुम्हें दिल से अपना मानती हूँ.. और तुम मेरी सहेली के बारे में ऐसा बोल रहे हो.. कहाँ गई वो प्यार की बातें.. कहाँ गए वो वादे.. हाँ? नीरज- तेरी इतनी हिम्मत.. साली तूने मुझे मारा.. अरे तेरी जैसी दस को ये नीरज अपने लौड़े पर रखता है.. मैंने तेरे से कोई प्यार नहीं किया.. बस तेरी जवानी का मज़ा लेने के लिए नाटक किया था.. अब साली तेरी चूत में मज़ा नहीं रहा.. अब तो टीना की टाइट चूत को मारूँगा.. रोमा- बंद करो अपनी बकवास.. निकल जाओ यहाँ से.. ऐसा कभी नहीं होगा.. मैं तुम्हें जान से मार दूँगी।

नीरज- अबे हट साली.. तेरी औकात कहाँ है कि तू मुझे मारे.. अब देख.. मेरी एक बात सुन ले.. अगर तू ख़ुशी-ख़ुशी टीना को मेरे हवाले कर देगी.. तो तुझे भी चुदाई का मज़ा देता रहूँगा.. तुम दोनों को एक साथ चोदूँगा.. नहीं तो साली तुझे ऐसी रंडी बना दूँगा कि तू कहीं की नहीं रहेगी.. याद है ना तेरा वीडियो बनाया था मैंने.. साली मैं तुझको बदनाम कर दूँगा..

नीरज की बात सुनते ही रोमा के पैरों के नीचे से ज़मीन निकल खिसक गई.. उसको यकीन नहीं हुआ कि नीरज उसके साथ ऐसा भी कर सकता है।

दोस्तो, उम्मीद है कि आप को मेरी कहानी पसंद आ रही होगी.. मैं कहानी के अगले भाग में आपका इन्तजार करूँगी.. पढ़ना न भूलिएगा.. और हाँ आपके पत्रों का भी बेसब्री से इन्तजार है। [email protected]