पड़ोसन चाची की चुदाई उनके ही घर-1

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नमस्कार दोस्तो, मैं आपका दोस्त अनिकेत आज फिर आपके लिए मेरी एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ। यह सेक्सी कहानी हमारी पड़ोसी चाची और मेरे चुदाई की है। जिन्होंने मेरी पहली वाली दो कहानियां

मोसी की वासना जगा कर चुदाई मासी के संग चुदाई की वो रात पढ़ी हो उन्हें तो मेरे बारे में सब पता है फिर भी एक बार बता देता हूं। मेरा नाम अनिकेत है मेरी उम्र 20 साल है, और मेरे लंड की साइज 6″ लंबा और 2″ मोटा है जिससे मैं सभी प्यासी चूतों की प्यास बुझाता हूँ।

जिन पड़ोसन आंटी की चुदाई मैंने की उनका नाम है काशिमा. मैंने उन्हें चाची कहता था. उनकी उम्र है 38 और उनकी शादी हो चुकी है, और उनकी दो लड़कियां हैं. आपको तो पता है मुझे शादीशुदा औरतें बहुत पसंद है। उनका फिगर बहुत मस्त है उनका फिगर 36-34-36 इस तरह से है और उनका बदन एकदम से गोरा है और बहुत कोमल है।

अब आते हैं कहानी पर!

एक दिन चाची के पति और बेटियां सब उनके किसी रिश्तेदार के पास 2 से 3 दिन के लिये गए थे. तब चाची ने मुझे उनके घर सोने के लिये बुलाया. मैं तैयार हो गया क्योंकि उनके और हमारे काफी गहरे संबंध थे, तो उन्होंने मुझे बुलाया था।

हब मैं उनके घर गया तब वो मेरी ही राह देख रही थी. मैं जाने के बाद हमने थोड़ी बातें की, फिर मैंने उनसे कहा- मैं कहाँ सोने वाला हूँ? तब उन्होंने कहा- हम दोनों मेरे रुम में यानि बेडरूम में ही सोने वाले हैं. तब मैंने उनसे कहा- ठीक है, तो चलो सोते हैं।

तो चाची बोली- तुम आगे चलो, मैं आई. मैं अंदर गया तो उन्होंने रुम एकदम साफ और फ्रेश करके रखा था, जैसे कि आज कुछ स्पेशल है। फिर मैंने अपनी टीशर्ट उतार दी और बेड पे लेट गया।

चाची जरा ज्यादा ही खूबसूरत बन कर अंदर आ गई, तब उन्होंने साड़ी पहनी थी और एकदम मस्त लग रही थी. वो आकर मेरे पास बेड पर लेट गई। हम दोनों ने थोड़ी बातें की. फिर मैं बातें करते करते सो गया।

थोड़ी देर बाद मुझे कुछ महसूस हुआ. तब मैं जाग गया तो चाची मेरे लंड को सहला रही थी और उनके बूब्स को अपने हाथों से रगड़ रही थी।

तब मैं सीधा लेटा ही पड़ा रहा. पर जब मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ तो मैंने चाची को अपनी तरफ खींचा और उनके लबों को अपने मुंह में ले लिया. मैं चाची को किस करने लगा.

तब हम दोनों करीब 5 मिनट तक किस करते रहे और एक दूसरे को प्यार से सहलाते रहे. मैं पहले चाची की पीठ पर उनके ब्लाउज़ के अंदर हाथ डाल कर सहलाता रहा।

फिर हम एक दूसरे से अलग हो गए और मैं उनकी साड़ी को धीरे धीरे उनके सीने से नीचे लाने लगा. तब वो मुझे किस करके मेरे बालों में हाथ फेर रही थी और मुझे प्यार कर रही थी। मैंने उनकी साड़ी उतार दी. मैं उनके बूब्स को उनके ब्लाउज़ के ऊपर से ही सहलाने लगा. तब चाची भी बहुत मजा ले रही थी और वे आहें भरने लगी- आ..आ..ई … स … अनिकेत करो ना … जल्दी करो!

चाची तड़प रही थी और मैं वो तड़प बुझने नहीं देना चाहता था।

फिर मैंने चाची के ब्लाउज़ के हुक्स खोले तो उनकी अंदर सफेद ब्रा दिखने लगी. मैं उसके उपर से ही उसे किस करने लगा और उनके बूब्स के निपल्स को निचोड़ता रहा।

मैं थोड़ा नीचे आकर चाची के पेट को किस करने लगा. जब मैंने चाची की नाभि को किस किया तो वे एकदम से तड़पी और आ … करके चिल्लाई मानो उन्हें किसने करंट दिया हो।

फिर मैं उनको किस करते हुए नीचे आ गया और उनके पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और धीरे धीरे नीचे होने लगा. अब चाची मेरे सामने काले रंग की पैंटी थी. फिर मैंने उनका पूरा पेटीकोट निकाला और उनके पैर को किस करने लगा और उन्हें गर्म करने लगा.

मैं चाची की जाँघों के बीच में किस करने लगा तो वे बहुत तड़पने लगी और उनकी पैंटी पूरी तरह से गीली हो गई. उनकी चड्डी से एकदम कामोत्तेजक गंध आने लगी. मुझे वो खुशबू अच्छी लग रही थी. तब मैंने उनकी पैंटी निकाली और उसे चाट लिया और चाची की चूत का पानी पूरा साफ कर दिया.

फिर चाची मुझसे बोली- ओ … पैंटी क्या चाट रहा है? मेरी चूत चाट! मैं चाची की चूत पे से हाथ फेरने लगा और उनकी चूत में उंगली डाल के उन्हें मजा दे रहा था।

फिर मैं उनकी चूत पे अपनी जीभ को फेरने लगा तो उन्होंने एक मादक सी आवाज निकली- आ … ओ … आ!

मैं चाची की चूत को चाटने लगा पर उनकी चूत के बाल बढ़े हुए थे इसलिये मुझे ज्यादा मजा नहीं आया. फिर भी मैंने उनकी चूत चाट के, उनकी चूत में अपनी जीभ डाल के उनकी चुदाई की और वो झड़ गई. मैंने उनका पूरा पानी पी लिया और उनकी चूत को साफ किया. तो अब चाची जरा शांत हो गई।

मैंने उनको अपने ऊपर चढ़ा दिया और उनके ब्लाउज़ को निकाल के उनकी ब्रा को खोल दिया. अब मेरे सामने चाची के दो आम उनका स्वाद देने के लिये तैयार थे. तब मैंने उनके एक बूब को अपने मुंह में ले लिया और दूसरे को सहलाने लगा और उसके निप्पल को निचोड़ता. और मुंह में लिये मम्मे को मैं कभी उसकी निप्पल को काटता तो कभी प्यार से चूसता.

और मैंने फिर से चाची को गर्म करके चुदाई के लिये तैयार किया. अब वे मेरे सामने पूरी नंगी हो चुकी थी। मैं भी सिर्फ चड्डी में आ गया था. तब चाची मेरे सीने को चूमती हुई नीचे गई और मेरे नाभि को किस किया. तब मुझे भी बहुत मजा आ गया और मैं भी आवाज निकालने लगा ‘आ … आह …स्श्सस …’ और मजे लेने लगा।

फिर उन्होंने मेरी चड्डी के ऊपर से ही मेरे लंड को किस किया. तो मानो मुझे ज़न्नत नजर आने लगी और उन्होंने मेरी चड्डी निकाल दी. मेरा 6″ लंबा लंड आज़ाद हो गया और उनके सामने हिलने लगा.

तब चाची ने अपनी जीभ के ऊपरी भाग से मेरे लंड के सुपारे को चाटना शुरू किया तो मेरा थोड़ा पानी बाहर आ गया. फिर उन्होंने उसे पूरी तरह से अपने मुंह में ले लिया और अपने मुंह को आगे पीछे करने लगी. और मैं भी ऊपर होकर उसे अंदर डालता रहा.

फिर मैं खड़ा हो गया और उनको नीचे बिठाया और जोर जोर से धक्के मारने लगा और पूरा पानी उनके मुंह में ही छोड़ दिया. चाची ने भी उसे बड़े आनंन्द से पी लिया और मेरे लंड को साफ कर दिया.

मैं अभी तक पहली बार झड़ा था, और चाची दो बार झड़ चुकी थी।

फिर हम दोनों जरा शान्त हो कर लेटे रहे और एक दूसरे को किस करते रहे और मस्ती करते रहे।

अब हम दोनों चुदाई के लिये तैयार थे. मैंने चाची को नीचे लेटने को कहा और मैं बैठ गया. मैंने उनकी चूत फिर से एक बार चाट ली और पानी से गीली कर दी.

फिर मैंने उनके पैरों को ऊपर किया और उनकी चूत को मेरे लंड के सामने लाया. अब मैं चाची की चूत पर अपना लंड फेरने लगा तो उन्हें बहुत मजा आने लगा. चाची सिसकारियाँ भरने लगी. जैसे ही मैंने अपना लंड अंदर डाला, चाची चीखी- ओ माँ … आ!

तो मैंने उनके बूब्स को सहलाना शुरू किया. फिर मैंने एक शॉट में मेरा पूरा लंड अंदर डाला और अंदर बाहर करने लगा. चाची धीरे धीरे आवाज निकालने लगीं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… आ … उ … ओ … उइ माँ … करो जोर से करो. फाड़ दो आज अपनी चाची की चूत को अनिकेत … आज मैं तुम्हारी हूँ, जो करना है. करो … जोर से करो!

तब मैंने उनके पैर अपने कन्धों पर रखे और चाची की चुदाई करता रहा.

फिर मैंने चाची को अपने ऊपर लिया और मेरा लंड उनकी चूत में डाला और चोदता रहा। फिर मैं उनके पीछे से गया और एक पैर ऊपर किया और चुदाई करता रहा।

इस तरह हमने बहुत सारी स्टाइल और पोजीशन में चुदाई की और करीब 20 मिनट तक हम चुदाई करते रहे।

चाची को बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी चाची की चूत चुदाई करने में बहुत मजा आ रहा था. इस दौरान वे एक बार झड़ चुकी थी अब मेरी बारी थी तो मैंने स्पीड बढ़ाई और ज़ोर ज़ोर के धक्के दे कर पूरा पानी उनके चूत में ही छोड़ दिया और उनके ऊपर ही लेटा पड़ा।

मैं चाची को किस करता रहा और उनके मम्मे चूसता रहा और बहुत मजा लिया।

लेकिन अभी चाची भतीजे की चुदाई का खेल ख़त्म नहीं हुआ था, अभी भी हमें बहुत कुछ करना था।

मेरी पड़ोसन चाची की चुदाई स्टोरी के पहले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरी पड़ोसन चाची ने मुझे अपने घर रात को सोने के लिए बुलाया क्योंकि वे अकेली थी. बीच रात में चाची मेरे लंड से खेलने लगी और हम दोनों ने ओरल सेक्स के बाद चूत चुदाई की. अब आगे:

फिर हम दोनों फिर से गर्म हो चुके थे. चाची ने कहा- मुझे गांड में लंड लेना बहुत अच्छा लगता है और मजा भी आता है. मैं भी तैयार हो गया और उन्हें किस किया.

चाची अपने चूतड़ में सामने ऊपर उठा कर घोड़ी जैसी हो गई. क्या बताऊँ दोस्तो … चाची की गांड इतनी बड़ी थी कि मैं देख कर मस्त हो गया. फिर मैंने चाची की गांड को किस किया, उनकी गांड की छेद पे लंड रखा और उनके बूब्स को दबाने लगा.

फिर मैं चाची की चूत में उंगली डाल कर चुदाई करने लगा तो वो आवाज निकाल रही थी- आ … उम्म्ह… अहह… हय… याह… आहा! और मुझे बड़ा मजा आ रहा था.

फिर मैंने मेरे लंड पर थूक लगाकर चाची की गांड में आधा घुसा दिया. चाची की गांड में लंड घुसते ही उन्हें तेज दर्द हुआ, वो चिल्लाई- उई मर गयी … निकालो निकालो. तब मैं रुक गया. मैं चची की चूत में उंगली करके मजा देने लगा.

फिर मैंने अचानक एक धक्के में अपना पूरा लंड चाची की गांड में अंदर तक घुसा दिया. और फिर धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा. कुछ देर बाद चाची को गांड चुदाई में मजा आने लगा तो वे भी आगे पीछे होकर मेरा साथ दे रही थी और आवाज निकाल रही थी- आह … उह … सीशस!

इस तरह से मुझे और भी मजा आ रहा था।

पूरे कमरे में बेड हिलने से कच पच की आवाज आ रही थी और हम दोनों मदमस्त हो रहे थे।

फ़िर करीब 20 मिनट की गांड चुदाई के बाद मैं झड़ गया और अपना पूरा गर्म गर्म लावा मैंने चाची की गांड में ही छोड़ दिया.

उस तरह से मैंने अपनी पड़ोसन चाची के तीनों छेद चोद कर उन्हें पूरी तरह से अपनी बना लिया।

कुछ देर आराम से लेटने के बाद मैंने चाची से कहा- चाची, मुझे 69 पोजीशन में सेक्स करना बहुत पसंद है. तो बोली- ठीक है! और चाची मेरे ऊपर लेट गई.

मैंने चाची की चूत को चाटना शुरू किया और उन्होंने मेरे लंड को चूसना शुरू किया. फिर करीब बीस मिनट के बाद हम दोनों साथ में ही झड़ गए और चाची की चूत का पूरा पानी मैंने पी लिया। हम दोनों ने बहुत मजा लिया, बहुत आनंद लिया.

मेरे लिएवो रात बहुत हसीन थी. कभी ना सोची हुई बात मेरे साथ सच हो चुकी थी।

फिर हम दोनों एक दूजे को किस करके नंगे ही साथ में सो गए.

सुबह हुई और जब मैं जागा, चाची नहा धोकर तैयार थी. चाची तब भी बहुत मस्त लग रही थी. चाची की जवानी देखकर मैं तो भूल ही गया था कि मुझे घर जाना है। मैंने चाची को बांहों में ले लिया और फिर से किस किया.

चाची ने मुझे कहा- आज रात फिर से आना सोने … फिर मजा करेंगे। फिर चाची बोली- और हाँ … आते वक्त कंडोम लेकर आना. मुझे उससे भी मजा लेना है. तो मैं बोला- ठीक है. और चला गया।

उस दिन मैं दोनों के लिये सेक्स पॉवर की गोली लेकर गया था जिसके खाने से औऱ भी ज्यादा मजा आया.

मैं चाची की चूत के बाल साफ़ करने के लिये एक हेयर रिमूवल क्रीम भी ले गया था. मैंने जल्दी आकर चाची की चूत के बाल मैंने अपने हाथों से साफ़ किये क्योंकि मुझे शेव की हुई चूत बहुत पसंद है।

फिर उस दिन रात भी मैंने बहुत जम के चाची की चुदाई की. उस रात की कहानी आप को पढ़नी हो तो कमेंट करना मैं जरूर बताऊंगा। धन्यवाद। चाची की चुदाई की सेक्स स्टोरी जारी रहेगी. [email protected]

सेक्सी कहानी का अगला भाग: पड़ोसन चाची की चुदाई उनके ही घर-2

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