मामी की चूत चोदने की लगन

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नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राहुल है, मैं नासिक में रहता हूँ। मेरी उम्र 28 साल और मेरी हाइट 5’6″ है. दिखने में मैं हैंडसम हूँ।

आज मैं आपको मेरी और मेरी मामी की अन्तर्वासना के बारे में बताने वाला हूँ। मेरी मामी और मेरे बीच जो कुछ भी चार साल में हुआ, उसके बारे में मैं आज आपको बताना चाहता हूँ।

बात उस समय की है जब मैं 24 साल का था। मेरी मामी उस वक्त हमारे घर आई थी क्योंकि मेरे माता पिता चार धाम की यात्रा के लिए गए हुए थे और मामी जी का मायका हमारे गाँव के पास ही था सिर्फ बीस मिनट की दूरी पर … तो वो मेरे लिए हमारे घर पर आ गई। इसी बीच हमारे बीच में जो हुआ, उससे हमारी जिंदगी बदली है।

तो मैं अपनी मामी के बारे में बताता हूँ, वे 36 साल की हैं, उनका रंग सांवला है। मेरी मामी एक अच्छी और सुशील औरत हैं, उनका फिगर है 38-30-38 … जब वो चलती थी तो मामी की गांड देख कर हर कोई यही चाहता था कि उनकी गांड मारे। मामी जी अपने 13 साल के बच्चे के साथ मेरे घर पर ठहरी थी।

मैं आप को मामी जी के शादीशुदा जीवन के बारे बता दूँ. शुरू के महीनों में मामा मामी ने अपनी मैरिड लाइफ़ को अच्छा एन्जोय किया। हालांकि मामा मामी से काफी बड़े थे लेकिन मामा के अच्छी जॉब में कारण मामी की शादी कर दी गयी। मामा अब सेक्स उतना रुचि नहीं रखते, इस कारण अब मामी का सेक्स जीवन निराश था और मामा के लम्बे समय के विदेश के टूर से परेशान हो जाया करती थी। मामा दो महीने के लिये फ़िर गये तो उनका बेटा और मामी दोनों ही घर मैं अकेले थे इसलिये वे मेरे घर आ गए।

कुछ दिनों के बाद मामी ने अपने बेटे को अपने भाई के यहाँ भेज दिया था क्योंकि वहाँ मेला था तो वो अपनी छुट्टियों को एंजॉय कर सके।

मामी एकदम उदास नज़र आती थी। मैं मामी से बहुत बातें करता था और उनको खुश करने की कोशिश करता था लेकिन ये बहुत मुश्किल था।

थोड़े दिन ऐसे ही बीत गये। मामी में मैंने थोड़ा चेंज नोटिस किया, मैं और मामी अब अच्छे दोस्त बन गये थे। हम दोनों बहुत खुल कर बातें करने लग गये थे। मेरे मन में मामी के बारे में बहुत सेक्सी ख्याल थे लेकिन वो मामा की वाइफ़ हैं, यह सोच कर मैं अपने आप को कंट्रोल करता था। तो रात को घर में हम दोनों अकेले होते तो मेरा लंड मामी को चोदने के इरादे से खड़ा हो जाता था और मैं अपने लंड को अपने हाथों से हिला के अपनी आग बुझाता था।

मामी और में एक ही कमरे में सोते थे, उनका बेड ठीक मेरे बेड की पास रहता था। उस रात मुझसे रहा नहीं गया, मैंने देखा कि मामी को पुराने गाने देखना का शौक है, तो मैंने एक तरकीब निकाली। मैंने अपने मोबाइल में पुराने गानों की लिस्ट में कुछ पोर्न क्लिप्स भी डाल दी.

मैंने मामी जी को रात में अपना मोबाइल गाने देखने के लिए दे दिया और साथ में इयरफोन भी लगा दिया। तो मामी जी गाने देखने लगी. मैंने कहा- मामी जी, मैं सोता हूँ, मुझे नींद आ रही है, आप गाने देख के टाइम पास करो। मामी जी ने हाँ कर दी और वे पुराने फिल्मी गाने देखने लगी।

मैं सोने का नाटक कर रहा. तभी मैंने देखा कि मामी जी अचानक अपनी नजर इधर उधर करके देखने लगी। मुझे समझ में आ गया कि फोन में पोर्न क्लिप खुल गयी है, मामीजी पोर्न फिल्म देख रही है। वो थोड़ी थोड़ी देर के बाद मेरी तरफ देख रही थी। धीरे धीरे मामी का हाथ उनके पेटीकोट की तरफ बढ़ रहा था। मैं समझ गया कि मामी अब गर्म हो चुकी हैं. मैं जानता था कि उनकी चूत न जाने कितने महीनों से मामा जी ने नहीं मारी है।

यही मौका था मेर लिए एक अनसेटिसफाईड औरत को अपने लंड से संतुष्ट करने का। मैंने देखा कि मामीजी पूरी गर्म हो चुकी हैं तो मुझे अब जागने का नाटक करना है। मैं जोर से खांसा तो मामी चौंक गयी और अपने आपको ठीक करने लगी. मैंने मामी से कहा- मैं नाईट पैंट पहनना भूल गया था।

तो मैं ठीक मामी के मुख सामने अपनी पैंट उतारने लगा … मैंने जानबूझकर अपनी पैंट के साथ अपना अंडरवीयर खींच लिया मानो कि पैंट खींचने से निकल गया हो! इसकी वजह से ठीक मामी के मुँह के सामने मेरा सात इंच लंबा गोरा मोटा लंड मामी के सामने आ गया, मैं भोलेपन का नाटक करते हुए वैसा ही खड़ा रहा।

अब जिस औरत को कितने ही महीने हो चुके हो चुदाई के बगैर रहते हुए और वो गर्म हो चुकी हो, उसके सामने इतना जबरदस्त लंड हो तो उसके दिल में तो खोट आ ही जाएगी ना! ठीक वैसे ही मामी की हालत हो रही थी। मामी का मुंह खुला का खुला रह गया! मैंने यही मौका देखकर चौका लगाया- क्या हुआ मामी? मेरा लंड देख के इतनी क्यों चौंक गई? मामा का नहीं है क्या? “है … पर तेरे जैसा मोटा औऱ लंबा नहीं … तुझसे चुदने वाली बड़ी नसीब वाली होगी! मैंने आज तक इतना लंबा और मोटा लंड सिर्फ पॉर्न में देखा है।” “वो नसीब वाली आप भी हो सकती हैं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है … अपनी मामी की काम वासना पूरा करने का मेरा कर्तव्य है।”

इस पर मामी ने कहा- नहीं राहुल, ये सब गलत है, मैं तुम्हारे मामा की पत्नी हूँ. मैंने कहा- मामी जी, मामाजी के बाद आपका भांजा आपको सुख देने चाहता है। आप चिंता न करें मामी जी, इसके बारे में किसी को पता नहीं चलेगा. तो आप पतिव्रता ही रहेंगी और आपकी जवानी की प्यास भी बुझ जायेगी। मैं कोई पराया नहीं हूँ।

इतना बोलते ही मैं उनके पास गया और उनके होठों को चूमने लगा और जोर से किस की … फ़िर मैं उनके बूब्स कस के दबाने लगा। वो सिसकारियां भरने लगी. मुझे पता लग गया कि मामी ने ब्रा नहीं पहनी हुई है. अब मैंने नाइटी के ऊपर से ही उनके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. तो वो जैसे पागल हो गई … मेरा लंड तो पैन्ट से बाहर ही था, उन्होंने मेरा लण्ड पकड़ लिया. उन्होंने बिना किसी डर के मेरी पैन्ट पूरी उतार दी, मेरा लौड़ा कुछ देर हाथ से हिलाया और फिर चूसने लग गयी. मेरा लौड़ा भी एकदम फिर से टाइट हो गया. मामी ने अपने भांजे का लंड ऐसे चूसा जैसे वे काफी समय से प्यासी थी।

मैंने मामी को बिस्तर पर लिटा दिया और उनकी नाइटी के ऊपर से उनकी चूचियों को दबाने लगा और धीरे-धीरे मैंने उनकी नाइटी ऊपर कर दी। उन्होंने नीले रंग की पेंटी पहन रखी थी। मैं उनके मोमे बिल्कुल नंगे देख कर बहुत खुश हुआ और उन्हें मुँह में लेकर चूसने लगा। वो भी मुझे जोर-जोर से चूम रही थी।

अब मैंने मामी की पेंटी भी उतार दी तो मामी की चूत नंगी हो गयी. मामी की चूत इतनी सेक्सी लगी मुझे कि बता नहीं सकता. उनकी चूत बहुत ही बड़ी लग रही थी और फूली हुई थी. इधर मामी ने फिर से मेरा लौड़ा चूसना चालू किया और मैंने उसकी चूत चूसनी चालू करी तो ऐसी चीखें मारी जैसे इक कुँवारी चुदने वाली है।

मामी इतनी उत्तेजित हो चुकी थी कि उनसे रहा नहीं जा रहा था. कुछ देर बाद वह बोलीं- अब मुझसे रहा नहीं जा रहा राहुल… जल्दी करो … मैं चुदने को बेकरार हूँ.

मैंने जैसे मामी की चूत के द्वार पर मेरा लण्ड रखा और एक धक्का मारा और मेरा आधा लण्ड उनकी फुद्दी में चला गया और वो दर्द के कारण चिल्लाई ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ मामी से मैंने पूछा- क्या आप को दर्द हो रहा है? तो उन्होंने कहा- मेरी फ़ुद्दी ने कई महीनों से लण्ड नहीं खाया न, तेरा लौड़ा तो बहुत ही बड़ा है राहुल! तुम्हारे मामा जी का सिर्फ चार इंच का है इसलिए दर्द हो रहा है।

मैंने अपना काम जारी रखा और फिर एक और धक्का मारा और मेरा पूरा लण्ड उन की चूत में घुस गया. मामी जी जोर से चिल्लाई- अअअ अआआ आआआ … मरी … मेरे … रा…जाआआआ… मैं थोड़ा रुक गया, पर मामी बोली- चालू रखो!

फिर मैंने धक्के लगाना चालू किया और कुछ धक्के मारने के बाद उनको भी मजा आने लगा और वो भी अपनी गांड उठा उठा कर अपनी चूत मरवा रही थी और कह रही थी- ऊऊ श्श्श्श्श श्श्श्ह्स म्म्म म्म्म … और डालो … और डालो और डालो राहुल! मेरी फुद्दी को फाड़ दो … मेरी फुद्दी को फाड़ दो. यह कहते कहते मेरी मामी झड़ गयी. मामी भानजा की यह चुदाई बीस मिनट तक चलती रही होगी।

फिर उसके दस मिनट के बाद मैंने उनसे कहा- मामी जी, मैं भी झड़ने वाला हूं. तो उन्होंने कहा- मेरी चूत में ही डाल दो. और मैं अपनी मामी की चूत में झड़ गया और उनके नंगे बदन के ऊपर लेट गया. पांच मिनट हम दोनों वैसे ही लेटे रहे।

फिर मामी जी ने कहा- शादी के बाद से आज अपनी जिन्दगी की सबसे अच्छी चुदाई तुमसे करवाई है. मुझे आज ही सही मायनों में चुदाई का असली अर्थ मालूम पड़ा. उस रात फिर से हमने जोरदार चुदाई की. सुबह उठकर भी हम ने बिस्तर छोड़ने से पहले एक बार चुदाई की. [email protected]

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