अस्पताल में मिली शादीशुदा लड़की

अंतरवासना मंच के पाठको, एक अरसे बाद मैं एक नई कहानी आपके सामने लेकर आया हूँ। मेरे पाठकों को पता है, मैं दिल्ली में रहता हूँ।

इसी दिसम्बर में मेरे एक परिचित दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में एडमिट थे, डॉक्टर ने 7 दिन अस्पताल में रखने को कहा था। मैं भी देखने गया, तो उन्होंने मुझसे बोला कि रात में अगर मैं अस्पताल में रुक जाऊं तो उन्हें सुविधा होगी। अब ऐसे हालात में मना करना मुश्किल होता है, इसलिए मैंने हामी भर दी और रात में आने का वादा करके वापस आ गया।

रात में खाना खाकर मैं अस्पताल पहुँच गया तो उनका बेटा मिला तो मैंने उससे कहा कि दो लोगों को रुकने की जरूरत नहीं है और उसे मैंने घर भेज दिया।

हाँ तो अब बात उस कमरे की जहाँ वो एडमिट थे, उस कमरे में दो बेड थे और दो रोगी कुल मिलाकर थे। दिन में मैंने देखा था, वहां उस रोगी के साथ कोई नहीं था, शायद कहीं आस पास में गया होगा।

रात में जब मैं उस कमरे में पहुंचा तो दूसरे रोगी के बेड के बगल में एक खूबसूरत सी लड़की बैठी थी, मेरी नजर उसकी चूचियों पर पड़ी, बड़ी बड़ी चूचियाँ थी, देख कर ही मेरा लंड खड़ा हो गया। मैं भी दूसरे बेड के साथ में बैठ गया। थोड़ी देर बैठा रहा तो पता चला कि रात में रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है, इसका मतलब यह था कि पूरी रात बरामदे में ही गुजारनी थी।

खैर एक वक्त होता है रोगी से मिलने का, वक़्त खत्म हुआ और मैं बाहर आ गया और थोड़ी देर में वो लड़की भी बाहर आ गई। जब वो मेरे सामने से गुजरी तो मैंने उसकी गांड देखी, आह … क्या गांड थी, चूचियाँ तो मस्त थी ही, गांड तो कयामत थी। वो कुरता और लेग्गिंग पहने थी, और लेग्गिंग उसकी गांड पे चिपकी थ. यह देखकर मेरा लौड़ा उसकी चुत को सलामी देने लगा। दिल में ख्याल आने लगा कि इसकी चुत चोद दूँ। मैंने सोचा कि अब तो रात तो इसके आस पास ही गुजारनी है कोशिश तो करूँगा ही, क्या मेरे लौड़े को इसकी चुत मिल जाये।

मैं अस्पताल के चक्कर लगाने लगा कि रात कहाँ बैठकर काटनी है। मैंने कैंटीन देखा और पता किया, कैंटीन पूरी रात खुली रहती थी, यह थोड़ी राहत की बात थी। मैं फिर वापस वार्ड के तरफ आया, वो लड़की कॉरिडोर में एक बेंच पर बैठी थी। मैं भी उसके बगल में जाकर बैठ गया वो अपने मोबाइल के साथ कुछ कर रही थी, मैं भी अपने मोबाइल में लग गया।

बीच बीच में मैं उसकी तरफ देखता, और एक बार जब मैंने उसे देखा तो वो मेरी तरफ देख रही थी। मैंने सोचा कि रात तो अब ऐसे ही गुजारनी है तो बात का सिलसिला शुरू करने की कोशिश करनी चाहिए। मैंने उससे पूछा कि पेशेंट उसके कौन हैं? उसने बताया कि उसकी सास है। उसने अपना नाम जूही बताया, उसकी शादी 6 महीने पहले जून में हुई थी। उसका पति कनाडा में रहता है। शादी के बाद उसका पति जुलाई में कनाडा चला गया था। वो अपनी सास के कारण दिल्ली में है, कुछ दिन के बाद वो भी कनाडा चली जाएगी।

काफी बातें इधर उधर की होती रही, मैंने उसे कॉफी के लिए कैंटीन चलने बोला तो वो बोली कि अगर गयी और इस बीच में डॉक्टर या नर्स किसी काम के लिए उसे ढूंढा तो मुश्किल होगी। मैं उसके साथ वार्ड में गया और मैंने अपना और उसका नंबर वहां लिखवा दिया कि अगर कोई जरूरत हो तो फ़ोन कर देना।

फिर मैं और जूही कैंटीन में आ गए, कैंटीन में ज्यादा लोग नहीं थे, हम एक खाली टेबल देखकर एक कोने में बैठ गए। कॉफ़ी आयी, हम दोनों पीने लगे, जूही मेरे सामने बैठी थी, टेबल पर आगे की तरफ झुक कर, मैंने उसके कुरते में गले के नीचे देखा, उसकी पीले रंग की ब्रा नजर आ रही थी। मैं नजरें बचा कर बार बार देखने लगा। ब्रा के ऊपर से उसकी चूचियाँ बाहर आ रही थी, इसका मतलब ये था कि उसने टाइट ब्रा पहन रखा है।

जूही समझ गयी थी कि मैं उसकी चूचियाँ देख रहा हूँ। एक बार हमारी नजरें मिली और जूही मुस्कुरा कर नजरें नीचे कर ली।

उसका मुस्कुराना मेरा हौसला बढ़ा गया, मैंने सोचा कि जुलाई में उसका पति कनाडा चला गया, इसका मतलब है कि 6 महीने पहले जूही चुदी है। मैंने सोचा कि थोड़ी कोशिश करके देखने में कोई हर्ज नहीं है। मैंने पूछा- शादी में कितने दिन पति के साथ रही? तो वो बोली- 10 दिन। मैं बोला- तब तो ठीक से हनीमून भी नहीं मनाया होगा? इस बात पर वो मुस्कुरा दी और बोली- क्या कर सकते हैं, उन्हें जाना था।

मैंने थोड़ा और बात को अंतरंग बनाया और पूछा- अच्छा ये बताओ फर्स्ट टाइम जब किया तो दर्द ज्यादा हुआ या मजा ज्यादा आया? वो कुछ नहीं बोली तो मैंने पूछा- बताओ भी यार … शर्माओ नहीं। जूही बोली- दर्द हुआ पहली बार में! लेकिन बाद में कुछ बार करने के बाद अच्छा लगने लगा। फिर मैंने पूछा- एक रात में ज्यादा से ज्यादा कितनी बार किया? जूही बोली- 3 बार तो कई रात किया।

मेरा तीर निशाने पे था, अब मैं उसकी कामवासना भड़काना चाहता था कि वो लंड के लिए बेक़रार हो जाये। मैंने पूछा- फोरप्ले पसंद है क्या? वो बोली- बहुत! मैं बोला- मुझे चाटना बहुत पसंद है लेकिन चिकनी! इस पर अचानक वो बोल पड़ी- मेरी बिलकुल चिकनी है. और फिर बोली- लड़कियाँ चिकनी ही रखती हैं।

मैं बोला- मुझे क्या पता कि आपकी चिकनी है, मैंने देखा थोड़े ही है। वो हँसने लगी। हम दोनों वापस वार्ड में आ गए और पूरी रात वही बैठ कर बातें करते रहे।

सुबह हुई, मैं जाने के लिए तैयार हुआ, वो भी निकलने लगी, बाहर आयी, अपनी कार निकाली और मुझे बोली- आओ मैं छोड़ दूंगी। अब मैं उसे चोदने की तैयारी कर चुका था। मैं उसकी कार में बैठ गया, जूही ने पूछा- कहाँ जाना है? मैंने बोला- जहाँ ले चलो! वो हंसी और कुछ सोचकर बोली- मेरे घर चलो, खाना खाकर चले जाना।

थोड़ी देर के बाद उसने अपनी कार एक बड़े घर में सामने रोकी, बहुत ही बड़ा और खूबसूरत घर था। उसने चाबी से दरवाजा खोला और हम दोनों अंदर गए। उसने मुझे डाइनिंग रूम में बिठाया और थोड़ी देर में चाय बना कर लायी और मेरे करीब सोफे पर बैठ गयी।

अब निश्चित था कि वो अब चुदने को तैयार है. मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रख दिया, उसने हटाया नहीं। हम दोनों चाय पीते रहे और मैं अपना हाथ धीरे धीरे उसकी जांघों के बीच ले गया और लेग्गिंग के ऊपर से उसकी चुत सहलाने लगा।

उसकी आँखें मादक सी होती जा रही थी, फिर अचानक से वो बोली- पहले फ्रेश हो जाओ। उसने मुझे एक नया टूथब्रश दिया, मैंने ब्रश किया, और बोला- आ जाओ, साथ में नहाते हैं। पहले तो उसने मना किया लेकिन मेरे बार बार कहने के बाद वो मान गयी।

मैं और जूही बाथरूम में गए, मैंने कहा- कपड़े तो उतार दो! वो ऐसे ही खड़ी रही. फिर मैं आगे बढ़ा और उसका कुरता और लेग्गिंग उतार दिया। उसने पीले रंग की ब्रा और पैंटी पहनी थी। उसका फिगर 36 -30 -38 था। मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए, वो एकटक से मेरा लंड देख रही थी।

मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपना लंड उसके हाथ में दे दिया. वो कुछ देर मेरे लंड पर उंगली घुमाती रही फिर जोर से मेरा लंड दबाने लगी। मैंने शावर चला दिया और हम नहाने लगे। मैंने उसकी ब्रा और पैंटी उतार दी. जैसा उसने बोला था उसकी चुत वाकई में चिकनी थी।

मैं नीचे बैठा और उसकी चुत पर एक चुम्मा कर दिया। वहां बॉडी जेल लिक्विड सोप था, मैं जेल उसके जिस्म पर लगाने लगा। उसकी गांड पर लगाया, धीरे धीरे उसकी गांड मसलता रहा, फिर उसकी चूचियों पर लगाया, और साबुन के साथ चूचियों की मसाज की।

फिर मैंने उसने बिठा दिया, उसके पैरों को फैला दिया और उंगली पर जेल लगा कर उसकी चुत के अंदर लगाया, उंगली चुत के अंदर बाहर करने लगा, वो सिसकारी की आवाज उम्म्ह… अहह… हय… याह… करने लगी।

इसके बाद मैंने उसकी चुत को पानी से धो दिया। अब उसने सोप अपने हाथों में लगाया और मेरे लंड को एक हाथ से पकड़ कर दूसरे हाथ से मेरे लंड पर अच्छे से साबुन लगाया। फिर हम दोनों ने शावर लिया और एक टॉवेल से उसके जिस्म को पौंछा और फिर वैसे ही बाहर आ गए। मैंने जूही को बोला कि मुझे पिंक रंग की ब्रा और पैंटी पसंद है, तो उसने एक मैचिंग ब्रा और पैंटी निकाली और एक नाइटी पहन ली।

उसने ऑनलाइन खाने का आर्डर दे दिया था, जो कुछ देर में आ गया, हम दोनों ने खाना खाया। खाने के बाद हम दोनों शयनकक्ष में आ गए और उसने गाना लगा दिया ‘बॉबी डॉल मैं सोने दी…’ मैंने उससे डांस के लिए बोला, वो डांस करने लगी। मैं बेड पर बैठा था, और वो डांस कर रही थी, मैं उसके करीब गया, और उसकी नाइटी उतार दी।

अब उसने फिर से डांस करना शुरू कर दिया। उसकी पैंटी बहुत ही सेक्सी थी, पीछे से एक पतली सी पट्टी थी, पूरी गांड नजर आ रही थी। मैं वापस बेड पर बैठ गया और वो डांस करने लगी. वो मेरे करीब आयी और अपनी चूचियाँ दोनों हाथों से पकड़ कर हिलाते हुए डांस करने लगी। फिर वो अपनी गांड मेरे तरफ की और आगे झुक कर गांड हिला कर डांस करने लगी। मैंने उसकी पैंटी नीचे की और उसकी गांड को दोनों हाथों से पकड़ा, वो आगे की तरफ झुकी थी, उसकी चिकनी गोरी चुत मेरे सामने थी, मैंने जीभ से उसकी चुत चाट लिया। जब मैंने जीभ उसकी चुत पर रखा, वो थोड़ा पीछे हुई और मैं कुछ देर तक उसकी चुत चाटता रहा।

फिर वो वापस गयी और फिर नाचने लगी. जब गाना ख़त्म होता, वो फिर से चालू कर देती। एक बार फिर वो अपनी चूचियाँ पकड़ कर नाचते हुए मेरे करीब आयी, इस बार मैंने उसकी ब्रा खोल दी, उसने मेरे हाथों से ब्रा ले ली और उसे घुमा घुमा कर नाचने लगी। वो कभी मेरे करीब आती और कभी दूर जाती। जब मेरे करीब आती, मैं उसकी चूचियाँ दबाता और जब पीछे होती तो उसकी पैंटी नीचे करके उसकी चुत चाट लेता। मैंने उसका मोबाइल ले लिया और गाने को बार बार बजाने लगा।

वो गांड चूचियाँ हिलाते हुए आती और गांड मटकाते हुए नाचते दूर जाती और मैं हर बार उसकी चुत चाटता और चूचियाँ दबाता। मैं सिर्फ अंडरवियर में बैठा था। इस बार वो करीब आयी, एक झटके में मेरा अंडरवियर उतार दी, मुझे बेड पे गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गयी।

वो मुझे चूमने लगी और धीरे धीरे नीचे आती गयी और उसके होंठ मेरे शरीर पर फिसलते गए. और फिर उसने मेरा लंड अपने हाथ में ले लिया और सुपारे पर अपनी जीभ घुमाने लगी।

कुछ देर ऐसे करने के बाद उसने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी। मैं उसकी गांड अपनी तरफ करके चूतड़ सहलाने लगा और वो पूरी स्पीड में मेरा लंड ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर चूसने लगी।

मैंने उसे अपने ऊपर बिठा लिया और उसकी चुत अपने मुँह पर रख ली, उसका चेहरा मेरे पैरों की तरफ था, उसने मेरे लंड को पकड़ पर मुँह में डाल लिया और चूसने लगी। मैं उसकी गांड पकड़ कर थोड़ा फैला कर उसकी चुत पर जीभ घुमाने लगा और फिर उसकी चुत चाटने लगा।

कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे का चूसते रहे. फिर मैंने जूही को नीचे उतारकर लिटा दिया और उसके पैर ऊपर करके उसकी चुत चाटने लगा. मैंने उसकी चुत फैलायी और जीभ चुत के बीच में रख कर चाटने लगा. मैंने उसकी भगनासा पर जीभ फिरायी तो वो सिहर सी गयी, जूही अब बोली- राज, अब मुझे चोद डालो।

मैंने उसकी पैर ऊपर उठाये रखे और अपना लंड उसकी चुत पर रखा और धीरे धीरे लंड जूही की चुत में डालने लगा. 6 महीने चुदे हुए हो गए थे जूही को, तो उसकी चुत टाइट हो गयी थी. मेरे लंड पर उसकी चुत की टाइट ग्रिप महसूस हो रही थी. धीरे धीरे मैं लंड पर दवाब बढ़ा रहा था और लंड चुत के अंदर जा रहा था।

अब मैंने लंड थोड़ा बाहर खींचा और एक जोर का झटका मारा और लंड दनदनाता हुआ चुत में चला गया। अब मैंने उसकी गांड दोनों हाथों से पकड़ लिया, उसके ऊपर लेटकर उसकी चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा और धीरे धीरे लंड जूही की चुत में पेलने लगा।

बार बार मैं लौड़ा जूही की चुत में पेलने लगा, बार बार मैं जूही की चुत पर झटके मारने लगा. हर झटके के साथ जूही के मुँह से मादक से सीत्कार निकल रही थी। मैं करीब 5 मिनट तक जूही की बुर ऐसे ही चोदते रहा, फिर मैं लेट गया और जूही मेरे ऊपर आ गयी. उसका चेहरा मेरे पैरों की तरफ था. मैंने अपना लौड़ा जूही की चूत पर रखा और उसकी गांड को पकड़ का नीचे से एक झटका मारा और पूरा लौड़ा जूही की चुत में पेल दिया।

मैंने जूही की गांड पकड़ लिया और दोनों हाथों से ऊपर नीचे करने लगा, उसकी बड़ी गांड जब मेरे लौड़े पर ऊपर नीचे हो रही थी, ये देख कर चोदने का मजा बढ़ता जा रहा था. जूही मेरे लंड पर उछल रही थी।

अचानक से वो सीधी हो गयी और मेरे लंड को हाथों से पकड़ कर अपनी चुत पे रखकर धीरे धीरे मेरे लौड़े पर बैठती गयी और मेरा लंड जूही की चुत की गहराई में घुसता चला गया। वो मेरे लंड पर उछल रही थी और उसकी चूचियाँ हिल रही थी।

मैंने उसकी चूचियों को पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगा. करीब 10 मिनट तक वैसे ही वो मेरे लंड पर उछलती रही।

अब मैंने उसे घोड़ी बना दिया, मैं बेड के नीचे खड़ा हो गया और उसकी गांड को पकड़ लिया. जूही ने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चुत के रखा, मैंने एक झटका मारा और लौड़ा जूही की चूत में चला गया। मैंने जूही की कमर पकड़ लिया और मैं थोड़ा पीछे हटता तो लंड चुत बाहर निकल जाता और जब करीब आता लौड़ा जूही की चूत में चला जाता।

जूही की बड़ी गांड मुझे दीवाना बना रही थी, मैं जोश में उसकी गांड मसलता और जोर जोर से झटके मारता रहा, हर झटके पर मेरे जांघ उसकी गांड पर लगती, हर झटके के साथ उसकी चूचियाँ हिलती।

जूही ने दोनों हाथों से बेडशीट पकड़ रखी थी. मैंने उसकी चुत को एक हाथ से पकड़ कर जोर जोर से चोदना शुरू किया, फुल स्पीड में धकाधक चोदने लगा, जूही बार बार बोल रही थी- राज चोद डालो … और जोर से … फाड़ डालो मेरी चुत।

उसकी ये वासना भरी बातें मेरे जोश बढ़ा रही थी और मैं जोर जोर से उसकी चुत का बाजा बजा रहा था।

कमरे में एक टेबल था मैंने जूही को उसपर बिठाया दोनों पैर ऊपर करके। जूही ने अपने हाथ मेरे गले में डाल लिए. मैंने अपना लंड जूही की चुत में डाल दिया और उसकी गांड को पकड़ कर उसकी चुत चोदने लगा. वो बड़े ध्यान से लंड का चुत में अंदर बाहर होना देख रही थी.

करीब 10 मिनट की धक्कमपेल चुदाई के बाद जूही झड़ गयी लेकिन मेरा चरमोत्कर्ष बाकी था।

मैं उसे ड्राइंग रूम में लाया, उसे सोफे ले लिटाया और उसके पैर सोफे के पैर के ऊपर रख दिया, उंगली से उसकी भगनासा को रगड़ने लगा. करीब 2 मिनट रगड़ने के बाद वो अपनी चुत ऊपर करने लगी. बस फिर क्या था, मैंने अपना लंड जूही की चुत पर रखा और एक शॉट मारा और लंड चुत के अंदर चला गया।

मैं जूही के होठों को अपने होठों के बीच लेकर चूसने लगा और चूचियाँ पकड़ करके जोर जोर से शॉट मारके जूही की चिकनी चुत चोदने लगा. करीब 10 मिनट की चुदाई के बाद मैं और जूही एकसाथ झड़ गए और कुछ देर वैसे ही हम दोनों रहे।

फिर मैंने एक टिश्यू पेपर उठाया, जूही की चुत को साफ़ किया और फिर हम दोनों बाथरूम में चले गए। मैंने उसे बिठाया, उसकी चुत में साबुन लगा कर धोया और उसने साबुन से मेरा लंड धोया और हम दोनों ने साथ में शावर लिया और बाहर आ गए।

उस दिन मैंने 3 बार उसे चोदा और रात में एक साथ अस्पताल गए। उसके बाद 5 रात हम अस्पताल गए और हर सुबह वहाँ से जूही के घर … दिन में जूही की चुदाई। उसके बाद जूही की सास डिस्चार्ज होकर घर चली गयी तो फिर मौका नहीं मिला जूही को चोदने का। देखता हूँ फिर कब मौका मिलता है।

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