मौसी की चुदासी बेटी की चुदाई की कहानी-3

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मेरी बहन की चुदाई की सेक्स स्टोरी के पिछले भाग मौसी की चुदासी बेटी की चुदाई की कहानी-2 में आपने पढ़ा कि मेरी बहन मेरे साथ सेट हो गयी थी, अब हमें खुल कर चुदाई करने के लिए मौका चाहिए था. ऐसा मौक़ा हमने मिल भी गया. अब आगे: सर्दी के दिन थे, रात जल्दी हो जाती थी. मैं भी रात का ही इन्तजार कर रहा था. आज ठंड भी थोड़ी ज्यादा ही थी. आज सोनिया भी बहुत खुश थी. मैं उसको खाना खाते वक्त टच कर रहा था. मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

मैं उसको बोल रहा था- मेरी जान, शर्माना मत.. ऐसा मौका बार बार नहीं मिलेगा. तो वो हंस पड़ी और बोली- नहीं शरमाऊंगी मेरी जान.. फ़िक्र मत करो.

रात को खाना खाने के बाद हम कमरे में चले गए. आज सोनिया ने सेक्सी सा सूट पहना हुआ था. वो आज कुछ ज्यादा ही सेक्सी लग रही थी. मैंने उससे कहा- आज छोटी को उसके झूले में सुला दो. उसने भी वैसा ही किया. छोटी के सोते ही उसको झूले में लिटा दिया. अब वो समय आ गया था, जब हम मिलने वाले थे.

मैंने जल्दी से बाहर का लॉक लगा दिया. सब चैक किया कोई खिड़की आदि तो नहीं खुली है. सारी बड़ी लाइट ऑफ कर दीं और छोटा बल्ब जला दिया.

इसके बाद मैं अपनी बहन पर भूखे शेर की तरह टूट पड़ा. वो भी मेरे साथ चिपक गई. मैंने कहा- आज बहुत मज़ा आएगा. वो कुछ नहीं बोली, बस मज़े ले रही थी.

मैंने उससे कहा- बोलो… कुछ बात करो न.. जैसे में बोलता हूँ.. मजे लो. वो चूमते हुए बोली- कर तो रही हूँ मेरी जान. मैंने कहा- आज चुदाई का पूरा मज़ा लेना है. उसने भी मदहोश होते हुए कहा- हां मेरी जान.. आज तुहे कच्चा खा जाऊंगी.

मैंने उसके होंठों पर किस करना शुरू कर दिया. एक हाथ से उसके बड़े बड़े दूध को दबाने लगा. वो पागल हो रही थी. आज हमें किसी का डर नहीं था. इसलिए वो भी खुल कर मेरा साथ दे रही थी. उसको भी सेक्स किए काफ़ी समय हो गया था इसलिए उसकी चुदास भी खुल कर लंड का मजा लेने को मचल रही थी.

मैं तो चुदाई करता ही रहता था लेकिन आज चुदासी जवानी का नज़ारा ही कुछ और था. आज मैं अपनी बहन को चोदने वाला था. मैं उसे किस करता रहा और दूध दबाता रहा.

मैंने उसका शर्ट उतार दिया. उसने नीचे सफेद ब्रा डाली थी. उसके दूध ब्रा से बाहर आ रहे थे. मैंने समय ना लगाते हुए उसकी ब्रा खोल कर उसके चूचों को आज़ाद कर दिया. फिर उसके एक चूचे को मुँह में ले कर चूसने लगा. इसके बाद मैंने उसको नीचे लिटा दिया.

अब मैं उसके ऊपर उसके दूध को ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था. वो मेरे बालों में हाथ फेर रही थी और सिसकारियां ले रही थी. वो बोल रही थीं- विराट और ज़ोर से खा जाओ इन्हें इश.. इश.. आआ उम्म्ह… अहह… हय… याह… वो बहुत मजे से बोले जा रही थी और मेरा सर अपने दोनों आमों के बीच में दबाए जा रही थी.

मैंने उसके निप्पल को अपने होंठों से पकड़ कर चूसा तो वो फिर से आह भरते हुए बोलीं- आह.. काट खाओ विराट खा जाओ.. चूस लो..

तभी वो एकदम से उठ कर मेरे ऊपर आ गई और मेरी शर्ट उतारने लगी. मैंने भी उसकी मदद की. शर्ट के उतरते ही वो मुझ पर टूट पड़ी, मुझे किस करने लगी. मेरी छाती पर, लिप्स पर अपने दूध को मेरे साथ लगाते हुए अच्छे से मेरे साथ चिपक जाती. मैं भी उसके दूध पिए जा रहा था.

अब मैंने उसकी सलवार पर हाथ रखा. वो समझ गई और उसने खुद ही अपनी सलवार का नाड़ा खोल कर सलवार उतार दी. अब वो सिर्फ़ पैंटी में ही रह गई थी. मेरा 6 इंच का लंड खड़ा हो गया था. वो अभी भी मेरे ऊपर थी. पैंटी के ऊपर से मेरे लंड को अपनी चुत पर रगड़ रही थी.

अब मैं उसके ऊपर आ गया. उसके दूध को ज़ोर से मसलने लगा और एक हाथ से उसकी चुत को सहलाने लगा. वो चुदास से पागल हुए जा रही थी. मादक और कामुक सिसकारियां ले रही थी- स्शह इश उश.. एयेए.. जल्दी से कर दे.. मत तड़फा..

अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था. वो भी बहुत गरम हो चुकी थी. मैंने उसकी पैंटी उतार दी और अपना पजामा भी उतार दिया. वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी. उसकी सफाचट चुत देख कर मैं बहुत खुश हुआ. उसकी चुत के ऊपर एक भी बाल नहीं था. उसने आज मेरी बात मान कर झांटें साफ कर ली थीं. उसकी क्या मस्त चुत थी.. मैंने देर ना करते हुए सीधा अपना मुँह उसकी चुत पर रख दिया. इस वक्त उसकी चुत थोड़ी गीली थी.

वो चुत पर मेरे मुँह को देखते हुए ही कहने लगी- ये क्या कर रहे हो विराट..! मैंने कहा- देखती जाओ रानी… मैंने कपड़े से चुत साफ की और उसकी चुत पर अपना मुँह रख कर चुत चाटने लगा.

वो तो जैसे पागल हो गई थी. मैं उसकी चुत अच्छे से चाटे जा रहा था. वो ज़ोर से सिसकारियां लेने लगी.. और अपनी चुत को मेरे मुँह पर रगड़ने लगी. उसके मुँह से बहुत ही अधिक चुदासी आवाजें ‘आआह इष्ह इश..’ ऐसी आवाजें निकल रही थीं. मैं भी पूरी चुत को मुँह में लेता.. कभी उसके ऊपर अपनी ज़ीभ से टच करता. वो पागल जैसे स्थिति में कराहें निकाल रही थी. उसको लंड के बिना चैन नहीं पड़ रहा था.

तकरीबन 5 मिनट बाद वो एकदम से अकड़ी और भलभला कर झड़ गई. मैंने उसका थोड़ा सा पानी टेस्ट किया.. बाकी साफ कर दिया. क्या मज़ा आया उसकी आँखों में चमक थी. ऐसा लग रहा था, ये उसके लिए पहली बार था. मैंने पूछा- कैसा लगा? तो उसने जवाब में मुझे किस करना शुरू कर दिया और मुझसे चिपकने लगी. मैंने उसको किस करना शुरू किया. जैसे ही मैं उसके दूध को ज़ोर से दबाता.. वो और मजे से सिसकारियां लेती.

उसको बहुत मजा आ रहा था. मैंने फिर से उसकी चुत के ऊपर अपना मुँह रख दिया. वो फिर से हिल गई, उसका शरीर भरपूर गर्म था. मैंने उसकी चुत फिर से चाटनी शुरू कर दी. इस बार वो मेरा सर अपनी चुत में दबा रही थी. उसके मुँह से अज़ीब सी आवाजें आ रही थीं. जैसे उसको बहुत नशा चढ़ गया हो. कुछ देर ऐसे ही उसकी चुत चाटता रहा.

तभी उसने बोला- विराट अब बस करो.. अब रहा नहीं जाता.. डाल दो अन्दर.. मेरी चुत में अपना लंड डाल दो.. मुझसे रहा नहीं जा रहा.. फाड़ दो मेरी चुत.. डाल दो अपना लंड इस प्यासी चुत में.. बहुत दिनों से लंड नहीं गया अन्दर.. आह.. आज मेरी प्यास बुझा दो.. बना लो मुझे अपनी रानी.

उसके मुँह से मैं लंड शब्द में पहली बार सुन रहा था. उसके मुँह से लंड सुनते ही मेरा लंड और टनटना गया. मैंने भी देर ना की और उसको चित लेटा दिया. मैं उसकी टांगों के बीच में आ गया. मैंने अपना अंडरवियर उतार दिया. अब हम दोनों नंगे थे.

मैंने देर ना करते हुए उसकी चुत पर लंड रख दिया. मैं उसकी चुत पर अपना लंड रगड़ रहा था. वो नीचे नागिन की तरह मचल रही थी. सोनिया बोल रही थी- डाल दो विराट.. अब और नहीं रहा जाता.. आह.. जल्दी से पेल दो.

मैंने उसके एक दूध को मुँह लिया और अपना लंड अन्दर करने लगा. वो काफ़ी समय से चुदी नहीं थी, उसकी चुत थोड़ी टाइट हो गई थी. मैंने धीरे धीरे लंड अन्दर किया. मेरा आधा लंड अन्दर हो गया था. वो दर्द से तड़फते हुए मुझे किस किये जा रही थी.

तभी मैंने एक ज़ोर का झटका दिया और पूरा लंड उसकी चुत में उतार दिया. वो एकदम से सन्न से रह गई.. उसकी आँखें उबल पड़ीं. उसकी आवाज भी थोड़ा रुक गई. मैं भी रुक गया, शायद उसको थोड़ा तेज दर्द हो रहा था. मैंने उसको चूमते हुए कहा- क्या हुआ? उसने सर से इशारा करते हुए कहा- कुछ नहीं.. करते रहो मेरी जान..

अब मैंने धीरे धीरे शॉट लगाने शुरू कर दिए. वो भी नीचे से गांड उठा कर चुत चुदवाने का मजा ले रही थी और बोल रही थी- आह.. एयेए विराट.. करते रहो.. धीरे धीरे.. आह.. ऐसे ही आआह एयाया इष्ह ष्ह.. मजा आ रहा है.

वो कभी मेरे होंठों पर किस करती, कभी मेरा मुँह अपने दूध पर दबा देती. अब मैंने थोड़ी स्पीड बढ़ा दी. वो भी मेरा साथ देने लगी. सच में चुदाई में बहुत मज़ा आ रहा था. क्या मक्खन चुत थी.

इस वक्त मैं पूरी ज़ोर से उसे चोद रहा था. अचानक उसका शरीर अकड़ने लगा. फिर 2-3 शॉट में ही वो झड़ गई. लेकिन मैं नहीं झड़ा था, मैं उसे चोदता रहा. उसको चोदते हुए दस मिनट हो गए थे. वो एक बार झड़ने के बाद फिर से गरम हो चुकी थी. मैंने उससे पूछा तो उसने कहा- बहुत मज़ा आ रहा है. मैंने उससे कहा कि माल अन्दर ही निकाल दूँ क्या? उसने कहा- नहीं मेरी जान.. अभी झड़ना मत, अभी चुदाई करते रहो.. मेरी चूत फाड़ दो.. आह क्या मस्त चोदते हो.

मैं भी ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.

अब 15 मिनट हो गए थे, मेरा भी पानी आने वाले था. मैंने उससे कहा कि मैं आना वाला हूँ. तो उसने मुझे सीने से लगा लिया और बोला- ज़ोर से करो.. मेरे अन्दर ही डाल दो अपना पानी.. मैं बाद में गोली खा लूँगी.. अभी अन्दर ही रस डाल दो.

इतने में वो तो दो बार झड़ गई थी. वो मुझे किस किए जा रही थी. मैंने अपना पानी उसकी चुत में छोड़ दिया और उसके ऊपर ऐसे ही कुछ देर लेटा रहा. वो मेरे बालों में हाथ फेर रही थी, मुझे प्यार कर रही थी. वो बहुत खुश थी, उसको बहुत मज़ा आया.

मैं उसके साथ चिपका हुआ था, मेरा मन अभी भी नहीं भरा था. वो सच में कमाल की थी. मैं फिर से उसके ऊपर हाथ फेरने लगा. उसने मेरी तरफ़ देखा. मैंने कहा- एक बार फिर से. तो उसने कहा- जितनी बार तुम्हारा मन हो, कर लो मेरी जान.

मैंने अपना लंड बाहर निकाला, उसको साफ किया. उसने भी अपनी चुत साफ की, मुझे गले से लगा लिया और बोली- आज बहुत मजा आया विराट.. पहली बार किसी ने मेरी चुत चाटी है.. सच में मुझे बहुत मज़ा आया है.

मैंने फिर से उसकी चुत पर अपना मुँह रखा और उसको चाटने लग गया. वो बहुत खुश थी.. मैं भी बहुत खुश था. अब हम ऐसे ही लगे रहे.

मैंने रात बार उसके साथ मज़े किए उसकी चुत चाटी. वो मज़े से अपनी चूत चटवाती रही, सिसकारियां लेती रही. वो बोल रही थी- विराट तुमने मुझे जीत लिया है. उसको चुत चटवाने में बहुत मज़ा आ रहा था और मुझे भी. वो मेरे मुँह पर बैठ कर खुद अपनी चुत को मेरे मुँह के ऊपर रगड़ती.

अब वो मेरे साथ पूरी खुल गई थी. हम दोनों में बहन भाई का पर्दा हट गया था. अब हम दोनों सिर्फ चूत और लंड के रिश्तेदार थे. हमें बहुत मज़ा आ रहा था. वो खुद मेरे ऊपर आकर खुद को चुदवा रही थी.. मेरा लंड अपनी चुत में ले रही थी. वो धीरे धीरे अपनी चुत में लंड अन्दर करती और निकालती. ऐसा करने से मुझे भी बहुत मजा आ रहा था. मेरा पूरा लंड उसकी चुत में जाता और बाहर आ जाता. कभी वो अपनी स्पीड बढ़ा लेती.. कभी धीरे हो जाती. वो बहुत मजे ले रही थी, वो चुदने के बाद झड़ गई थी.

मैंने उसको अपना लंड चूसने के लिए बोला, पहले तो उसने मना किया, बाद में वो मान गई. उस रात मैंने उसको एक बार और चोदा.

अब उसको अपनी चुत चटवाने में बहुत मज़ा आता है. आज भी मैं उसकी चुत चाटता हूँ और मज़े करता हूँ.

अब उसकी लड़की 5 साल की हो गई है. उसने दूसरी शादी कर ली लेकिन अब भी जब हमें मौका मिलता है, तो हम फिर से सेक्स कर लेते हैं.. और खूब मज़े करते हैं.

तो दोस्तो ये थी मेरी सच्ची सेक्स स्टोरी.. आपको कैसी लगी, ये ज़रूर बताना. मेरी ईमेल आईडी है. [email protected] मुझे आप सभी के मेल का इन्तजार रहेगा.

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