थाईलैंड के न्यूड बीच रिसोर्ट की मस्ती-5

अब तक जो लड़के चुपचाप लड़कियों का लाइव शो देख रहे थे, अब ये सब उनके बर्दाश्त के बाहर हो चुका था और अपने तने हुए लंड लेकर उन्होंने जो लड़की मिली उसे दबोच लिया। इस तरह से एक बार फिर से चोदा-चोदी दौर शुरू हुआ. हम लड़कियों की चीखें निकलने लगी. जिसे जहां जगह मिली, वहां उसने अपना लंड घुसा दिया। मेरे सामने तीन तीन लंड थे तो मैंने बारी बारी से उन्हें चूसना चालू लिया। तभी किसी ने अपना मूसल मेरे पिछवाड़े में ठोक दिया।

मैंने रिया की तरफ देखा तो वो तो लड़कों की भीड़ में दिख ही नहीं रही थी. उसके इर्द गिर्द 5-6 लड़के थे जो उसे झंझोड़ रहे थे.

तभी मुझे किसी ने बाल पकड़ कर सोफे पे अधलेटी किया और आगे से मेरी चुत में अपना हलब्बी लंड डाल कर आगे पीछे करना शुरू किया। तभी और एक मेरे पैरों के बीच लेट गया और अपने लंड के लिए वो जगह देखने लगा. मेरी पेशानी पे बल पड़ गए. क्योंकि वो मेरी चूत में ही अपना लंड घुसा रहा था जहां एक लंड ने पहले से ही शरण ले रखी थी. जैसे तैसे वो अपना लंड मेरी चुत से सटाने में सफल हुआ.

मेरी परेशानी बढ़ रही थी, मेरे दोनों छेद में दो लंड थे अब ये तीसरा क्या कर रहा था, यह मैं जान नहीं पा रही थी. तभी उसका लंड मेरी चुत में दाखिल हुआ और मुझे ऐसा लगा कि किसी ने मुझे दोनों पैर खींच कर बीच में से चीर दिया हो. धीरे धीरे वो अपना लंड अंदर धकेल रहा था. जिसका लंड पहले से ही अंदर था वो बड़े अचम्भे से मेरी आँखों में देख रहा था. दो लंड एक साथ अपनी चुत में पाकर मेरी सीमा खत्म हुई और मेरा पानी छूट गया. मैंने कस के अपनी आँखें बंद कर ली, मेरे मुँह से चीख निकली और मैंने जोर से कहा- फक मी मोर… रुको मत… मुझे चोदते रहो! और अंदर डालो! भोसड़ा बना दो इस निगोड़ी चुत का!

जैसे ही मेरा क्लाइमैक्स खत्म हुआ, मैंने आँखें खोली तो रिया की बड़ी बड़ी आंखों से मेरी तरफ देखता पाया। वो तो ये भी भूल गयी की उसके अंदर भी 3-3 लंड हैं जो उसे धकापेल चोद रहे थे. तभी जो दो लंड मेरी चुत में थे, उन्होंने भी पानी छोड़ दिया। आधे मिनट के बाद उनके लंड सिकुड़ कर बाहर आ गए. उनमें से एक ने आवेश में मेरे होंठ चूमे और कहा- बेबी, तुम इस दुनिया की सबसे गर्म चूत हो!

इतना होने तक जो मेरी गांड मार रहा था, वो भी निढाल हो गया. मैंने देखा कि रिया के साथियों ने भी अपने लंड उसके छेदों से बाहर निकाल कर अपने पानी की बौछार उसके मुँह और सीने पे कर दी थी.

घुटनों के बल ही सरकती हुई रिया मेरे पास आयी और उसने वीर्य से लिबड़े हुए होंठों से मुझे किस किया। मैंने उसका हाथ थामकर उसे पैरों पे खड़ा किया, उसे खींच कर मैं एक सोफे पे ले गयी और जोर से कहा- बॉयज! हम दोनों को और चुदाई चाहिए! कौन अपना लंड लेकर आयेगा? मगर अब सिर्फ एक एक ही बंदा आएगा।

बस फिर क्या… दो लड़के आगे आये और वहीं सोफे पे हम दोनों सहेलियों को अगल बगल में लिटा कर उन्होंने हमारी चुत में लंड डाल कर चोदना शुरू किया। मैंने देखा कि अब डांस फ्लोर पे एक भी लड़की नहीं बची थी. मैंने रिया की तरफ देखा और कमीनी हंसी के साथ कहा- रियु, अब जी ले अपनी जिंदगी- क्योंकि शायद ये मौका फिर दोबारा ना मिलेगा! वो भी मेरी तरफ देख कर हंस दी!

इधर लड़के पूरे जोश के साथ हमें चोद रहे थे, मम्मे दबा रहे थे तो कभी निप्पल काट खा रहे थे.

कुछ देर बाद जैसे ही दोनों लड़कों ने पानी छोड़ा तो तुरंत उनकी जगह नए लड़कों ने ली और चुदाई चालू रखी. मेरी और रिया की आहें निकलती रही.

अब तो ड्रिंक्स का भी गहरा नशा होता जा रहा था. हम को कितने लड़कों ने चोदा और हमने कितनी बार पानी छोड़ा, इसकी तो हम गिनती भी भूल गयी. हमारी सेक्स जिंदगी का ये शायद सबसे भयंकर दिन था जो हम दोनों जी गयी थी.

नशे से बोझिल हुई आँखें कब झपक गयी ये भी हमें पता नहीं चला. दूसरे दिन नींद खुली तो हम अपने कमरे में थी. मैंने रिया को ढूंढा तो वो भी मेरे ही बगल में घोड़े बेचकर सोई हुई थी. मैं उठ कर बैठी और जोर से रिया के चूतड़ों पे तमाचा मारा। ना नुकूर करते करते वो भी उठ गयी.

हम दोनों के सर भारी भारी से हुए थे. होने ही थे… कितनी सारी शराब हम पी गयी थी पिछली रात! तभी सामने टेबल पे नजर गयी, दो गिलास में कुछ ड्रिंक रखा था और साथ में मेरी की लिखी हुई चिट्ठी “जगने के बाद इसे पी लेना, बेहतर महसूस होगा- आपकी मेरी।”

हमने वो शरबत सा ड्रिंक पी लिया और दोनों एक दूसरी की तरफ देख कर ठहाके मार मार कर हंस पड़ी. दोनों के बदन का एक भी हिस्सा ऐसा ना था जहां पर इंसानी वीर्य के दाग ना हों.

हमने खुद को आदम कद आईने में देखा, पूरी की पूरी रंडियाँ दिख रही थी हम!

फिर हम दोनों वाशरूम में जा कर खूब नहाई, दोनों ने एक दूसरी को खूब मल मल कर नहलाया। फिर फ्रेश हुई और ब्रेकफास्ट के लिए रेस्टारेंट चल निकली। कल का हैंग ओवर अब जा चुका था. शायद उस शरबत का ही कमाल था.

नाश्ते के बाद हम जैसे रूम में आयी तो हमें मेरी हमारी राह देखती नजर आयी. जैसे हम रूम में आई, उसने हमें गले लगाया और प्यार से कहा- मैंने अपनी जिंदगी में तुम जैसी लड़कियाँ नहीं देखी। मैंने कहा- कुछ भी बोलती हो? यहां तो तुम रोज ऐसे नज़ारे देखती होगी। हमने भी वही किया।

और हमारे उन तीन दिनों के दरम्यान पहली बार मेरी पास पड़ी कुर्सी पे बैठ गयी,

लम्बी सांस लेकर उसने कहा- हां, सही कहा आपने निकिता मैडम। मेरी तो अब नजर भी मर चुकी है यहाँ की ये सेक्स पार्टीज देख कर। मगर कभी कभार ऐसा कोई आता है जो खुल कर जिंदगी जीता है. बाकी सब यहाँ तो अपने जमा किए पैसे वसूलने आते है. आपके देश में तो लड़कियां बेपर्दा घूमे तो भी अन्य लोगों को तकलीफ होती है और यहाँ थाईलैंड में तो हर लड़की को वेश्या समझा जाता है. आपके देश में खुल कर सेक्स करना भी पाप माना जाता है तो यहाँ पैसे के दम पे सिर्फ सिर्फ हवस का नंगा नाच होता है. मैं खुद कितनी बार इन सबकी शिकार हो चुकी हूँ. जिस दिन इंसान को ये समझ आएगा कि सेक्स एक जिस्मानी जरूरत है, तो सारी दुनिया कितनी सुन्दर हो जाएगी!

आप दोनों ने जिस तरह यहाँ तीन दिन बिताए, उससे तो यहाँ का स्टाफ भी आप से प्यार करने लगा है. आपने कभी किसी पे पैसे का रोब नहीं झाड़ा। मेरी जैसी अटेंडेंट को भी सहेली बनाया। आपने यहाँ जो भी किया, वो खुलकर किया, ना कि पैसे वसूलने के लिए किया। रिसोर्ट मैंनेजमेंट भी आप दोनों की कायल हो चुकी है. मैं आप दोनों की खुश मिजाज जिंदगी के लिए गॉड के सामने कैंडल जलाऊँगी।

मेरी ने तो हम दोनों को बिलकुल सेन्टी कर दिया। मैंने आगे बढ़कर उसे अपने आगोश में लिया। उधर रिया भी अपने आंसू पोछते हुए “ग्रुप हग” कह कर हमारे गले लग गयी. कुछ देर एक दूसरे की बाहों में रहने के बाद हमने उसे फिर से कुर्सी पे बिठाया। रिया ने तीन सिगरेट जलाई और एक मेरी को देते हुए कहा- मेरी, अब कुछ देर तुम हमारी मेहमान बन जाना। आज शाम हम तो अपने घर के लिए निकल लेंगे। मगर हम कभी तुमको भूल नहीं पाएंगे।

फिर मैंने टी-केटल से चाय बनाई और हम तीनों ने “टिपिकल लड़कियों वाली” बकवास करते करते कुछ देर तक बातें की. बातों बातों में मेरी ने कहा- आप को मालूम है, रिसोर्ट ने रूल के मुताबिक आपका आधा बिल आपके बैंक खाते में लौटा दिया है और आपके लिए मेरे पास कुछ गिफ्ट भी भेजा है. इतना कह कर उसने हम दोनों को एक एक छोटा बक्सा पकड़ाया।

हमने उसे खोल कर देखा तो हमारी आँखें चकाचौंध हो गयी, उसके अंदर बहुत ही सुन्दर असली हीरे के हार्ट के आकार का पेंडंट था. रिया ने अपना वाला पेंडंट निकाला और बड़े प्यार से उसे मेरी के गले में पहनाते हुए कहा- ये अब ज्यादा सुन्दर लगेगा! मेरी ने उसे लेने से काफी मना किया मगर रिया नहीं मानी।

आंखों में ख़ुशी के आंसू लेकर मेरी रुखसत हो गयी.

फिर कुछ देर ऐसे ही बैठने के बाद मैंने रिया से कहा- और बता, कुछ ख्वाहिश रह तो नहीं गयी तेरी यहाँ? अभी बता, पूरा दिन पड़ा है. फिर शाम को तो हमें जाना है. रिया ने नटखट नजरों से मेरी तरफ देखा फिर कुछ सोचकर कहा- बस एक बार, बीच पे जाकर खुले आसमान के नीचे और लहरों के ऊपर कोई बंदा मेरे बदन से खेले तो क्या कहना!

मैं और रिया ठहाके मार मार कर हंस पड़ी. फिर मेरी को जैसे बताया तो उसने रिसोर्ट के चार प्ले बॉय हमारे साथ भेज दिए. दूर बीच पे जा कर रिया की ख्वाइश खुले आसमान के नीचे और लहरों के ऊपर जैसा हमने दिन बिताया। जब तक चूत और गांड में दर्द नहीं हुआ तब तक सेक्स किया और जिंदगी का वो हसीन पल दिल में कैद कर लिया।

शाम को हमने चेक आउट किया, हमारे फोन जो हमारे पास तीन दिन से नहीं थे, वो हमें मिले। मेरी से विदा लेकर हम एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गयी. रास्ते में यकायक रिया ने मुझे पकड़ कर मेरे होंठों पे एक किस किया और ज़ोरों की अंगड़ाई लेकर कहा- निकी, लव यू यार! अब तो घर जाकर खूब सोएंगी! कसम से कमीनी चुत का इतना बाजा बज चुका है कि मैं अब महीना भर किसी से नहीं चुदने वाली!

मैंने हंस कर उसे कहा- पक्का? देख बाद में मुकर ना जाना! रिया ने फिर कहा- बिल्कुल पक्का! मैं अब महीना भर किसी से सेक्स नहीं करने वाली!

मैंने अपना मोबाइल उसे पकड़ाया और उसे एक मेसेज दिखाकर कहा- अब रोती रहना। दो दिन हो गये, पीटर वापिस आ गया है. उसने मेसेज किया है कि वो हमारे घर पर हमारा इंतजार कर रहा है! रिया का चेहरा ऐसे हुआ कि जैसे किसी बच्चे के हाथ से उसकी मन पसंद चीज निकल ली गयी हो!

फ्लाइट टेक ऑफ होने तक रिया चुपचाप सी बैठी थी. फिर उसने मेरी तरफ देखकर कहा- निकी, एक काम करते हैं! मैंने कहा- क्या, बोल?

फिर उसने नजर घुमा कर खिड़की से बाहर देखते हुए कहा- जब हम घर पहुंचेंगे तो तू अपने बैडरूम में सोना, मैं और पीटर मेरे रूम में सोएंगे. ओके?

मैंने उसकी पीठ पे करारा धौल जमाया और हम दोनों जोरों से हंस पड़ी.

लीला रिसोर्ट की यादें क्सक्सक्स मूवी की तरह हमारे दिमाग में घूम रही थी. उं कामुक और हसीं यादों को अपने दिल में समाए हम वापिस हिन्दुस्तान आ गयी.

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